भक्ति भजन, कीर्तन, शादी गीत, वरना-वर्नी और आध्यात्मिक संगीत के साथ पूजा और जन्मदिन को बनाएं खास। नवीनतम हिंदी और हिंग्लिश गानों की जानकारी और डाउनलोड लिंक यहाँ पाएं।
भक्ति भजन और कीर्तन: आत्मा को सुकून देने वाला संगीतभक्ति भजन और कीर्तन भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं। ये गाने भगवान के प्रति श्रद्धा और प्रेम को व्यक्त करते हैं। चाहे आप श्री कृष्ण भजन, शिव भक्ति गीत, या माता रानी के भजन सुन रहे हों, ये आपको आध्यात्मिक शांति प्रदान करते हैं। कीर्तन में सामूहिक भक्ति का अनुभव होता है, जो मन को शुद्ध और ऊर्जावान बनाता है।
शादी गीत और वरना-वर्नी: उत्सव की धूमभारतीय शादियों में शादी गीत और वरना-वर्नी के बिना उत्सव अधूरा है। ये गाने शादी के हर रस्म को और भी रंगीन बनाते हैं। मेहंदी गीत, संगीत नाइट के लिए डांस नंबर, और विदाई गीत हर दिल को छू लेते हैं। अगर आप हिंग्लिश या हिंदी में ट्रेंडी गाने ढूंढ रहे हैं, तो आजकल Spotify, YouTube, और Gaana जैसे प्लेटफॉर्म्स पर ढेरों विकल्प उपलब्ध हैं।
आध्यात्मिक संगीत: मनोरंजन के साथ शांतिआध्यात्मिक संगीत न केवल पूजा के लिए बल्कि मनोरंजन के लिए भी बेहतरीन है। यह संगीत आपको ध्यान और योग सत्रों में भी मदद करता है। जन्मदिन जैसे खास मौकों पर भी भक्ति गीत जैसे "जन्मदिन स्पेशल भजन" या "गणेश वंदना" से समारोह में चार चाँद लगाए जा सकते हैं।
भक्ति
संगीत और उत्सव: भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग
भारतीय
संस्कृति में संगीत और भक्ति का गहरा नाता है। भक्ति भजन,
कीर्तन, आध्यात्मिक संगीत, शादी गीत, जन्मदिन गीत और वरना-वर्नी जैसे गीत न
केवल मनोरंजन का साधन हैं, बल्कि ये हमारी परंपराओं, आस्था और सामाजिक उत्सवों का भी प्रतीक हैं। ये सभी संगीतमय रूप जीवन के
विभिन्न पहलुओं को संजोते हैं और समाज को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते
हैं।
भक्ति
भजन और कीर्तन:
भक्ति भजन और कीर्तन आध्यात्मिकता का हृदय हैं। ये गीत भगवान के
प्रति श्रद्धा, प्रेम और समर्पण को व्यक्त करते हैं। चाहे वह
कृष्ण भक्ति के मधुर भजन हों, शिव तांडव के शक्तिशाली कीर्तन
हों या माता रानी के जागरण, ये गीत मन को शांति और आत्मा को
सुकून देते हैं। कीर्तन में सामूहिक भक्ति का उत्साह होता है, जहां लोग एक साथ गाते और नाचते हैं, जिससे
आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है।
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शादी
गीत और वरना-वर्नी: भारतीय शादियों
में संगीत उत्सव का मुख्य हिस्सा है। वरना-वर्नी गीत, मेहंदी
और संगीत समारोहों में गाए जाने वाले लोकगीत और बॉलीवुड के मनोरंजक गाने शादी की
रौनक को दोगुना कर देते हैं। ये गीत परिवार और दोस्तों को एक साथ लाते हैं और खुशी
के पलों को यादगार बनाते हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, वरना-वर्नी
जैसे पारंपरिक गीत आज भी जीवंत हैं।
आध्यात्मिक
संगीत: आध्यात्मिक संगीत केवल भक्ति तक सीमित नहीं है; यह
मन को शांत करने और आत्म-चिंतन का साधन भी है। सूफी संगीत, गुरबानी,
और वैदिक मंत्रों से लेकर आधुनिक भक्ति पॉप तक, यह संगीत आत्मा को ईश्वर से जोड़ता है। आजकल, युवा
पीढ़ी भी इस संगीत को नए रूप में पसंद कर रही है।
जन्मदिन
और मनोरंजन गाने:
जन्मदिन जैसे खास अवसरों पर गाए जाने वाले गीत, चाहे वह पारंपरिक "बादाम वारी हो" हो या बॉलीवुड का
"हैप्पी बर्थडे" गाना, उत्साह और खुशी का माहौल बनाते
हैं। इसके अलावा, मनोरंजन गाने हर उम्र के लोगों को जोड़ते
हैं और सामाजिक समारोहों को जीवंत बनाते हैं।
कबीर के दोहे:
अर्थ, प्रेरणा और जीवन के सबक (Kabir Ke Dohe with Meaning in Hindi)-संत कबीर दास
- कबीरदास जी
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1- यहाँ एक भक्तिपूर्ण गीत आपके लिए लिखा गया है, जिसमें आप माँ दुर्गा से ध्यानु भगत की तरह अपना नाम अमर करने और उनकी माता बनकर उनका नाटक (लीला) करने की प्रार्थना कर रहे हैं। यहाँ आपके भावों को व्यक्त करते हुए एक गीत है:
भजन: ध्यानु की तरह
ध्यानु की तरह अंबे, मेरा नाम अमर कर दो,
बन जाओ मेरी माता, ये नाटक अमर कर दो।
अन्तरा 1
दुनिया को दिखाना है, मेरा तुमसे रिश्ता,
बेटा हूँ मैं तुम्हारा, ये सब को बताना है।
जैसे ध्यानु ने अपना सिर चढ़ा दिया था,
वैसे ही माँ, मुझको तेरा नाम अमर करना है।
ध्यानु की तरह अंबे, मेरा नाम अमर कर दो,
बन जाओ मेरी माता, ये नाटक अमर कर दो।
अन्तरा 2
तुम हो जग-जननी, मैं हूँ तुम्हारा लाल,
मेरी भक्ति से ही तो, आएगा ये भूचाल।
मैं तो एक पुतली हूँ, तुम हो मेरी सूत्रधार,
जैसे चाहो वैसे चलाओ, मेरे जीवन की पतवार।
ध्यानु की तरह अंबे, मेरा नाम अमर कर दो,
बन जाओ मेरी माता, ये नाम अमर कर दो।
अन्तरा 3
माना मैं अज्ञानी हूँ, माना मैं नादान हूँ,
पर माँ, मैं तुम्हारे चरणों का दास हूँ।
मेरे सर पर रख दो, अपनी ममता का हाथ,
फिर देखो कैसे होता है, तेरा मेरा साथ।
ध्यानु की तरह अंबे, मेरा नाम अमर कर दो,
बन जाओ मेरी माता, ये नाम अमर कर दो।
इस भजन में भक्त माँ से प्रार्थना कर रहा है कि वे उसे ध्यानु भगत जैसी भक्ति और पहचान दें, ताकि उसका नाम भी माँ की कृपा से अमर हो जाए।
2 - घर के आगे मां तेरा मंदिर बन जाए, जब खिड़की खोलूँ तो माँ, तेरे दर्शन हो जाए।
मेरे घर के आगे मां तेरा मंदिर बन जाए।
जब खिड़की खोलूँ मां तेरा दर्शन हो जाए॥
जब आरती हो मां मुझे घंटा सुनाई दे।
जब भोग लगे मां मुझे खुशबू दिखाई दे॥
मेरे घर के आगे मां तेरा मंदिर बन जाए।
जब खिड़की खोलूँ मां तेरा दर्शन हो जाए॥
तेरा भवन बहुत बड़ा मां मुझको दिखाई दे।
मैया तेरा झंडा ऊंचा लहराता दिखाई दे॥
मेरे घर के आगे मां तेरा मंदिर बन जाए।
जब खिड़की खोलूँ मां तेरा दर्शन हो जाए॥
जब भी दर्शनों को आऊ मैं तुझको पाती भेजूं।
सबसे पहले पाती मां तेरे पास पहुंच जाए॥
मेरे घर के आगे मां तेरा मंदिर बन जाए।
जब खिड़की खोलूँ मां तेरा दर्शन हो जाए॥
ना मुझको कार चाहिए ना मुझको कोठी चाहिए।
माँ मेरी दुआ है बस तेरा दर्शन हो जाए॥
मेरे घर के आगे मां तेरा मंदिर बन जाए।
जब खिड़की खोलूँ मां तेरा दर्शन हो जाए॥
यह जिंदगी माँ मैं तेरे नाम कर दूं।
हर सांस मेरी बस तेरा ही नाम गाए॥
मेरे घर के आगे मां तेरा मंदिर बन जाए।
जब खिड़की खोलूँ मां तेरा दर्शन हो जाए॥
3 - आपके लिए यहाँ एक नया पूरा भजन यहाँ लिखा गया है:
भजन: मेरी अंखियों के सामने ही रहना
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे
मैं लाडली तेरे चरणों की ओ मैया मेरी,
ओ मैया मेरी मैं लाडली तेरे चरणों की ओ मैया मेरी, ओ मैया मेरी
तेरे दर पे हम आते हैं अपनी झोली फैलाते हैं
खाली हाथ ना जाना मैया मां शेरावाली जगदंबे
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे
तू ही है जग की पालनहारी तू ही है सबकी रखवारी
तेरे जैसा कोई नहीं दूजा मां शेरावाली जगदंबे
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे
मेरे दिल में वास करो मेरे दुखड़े दूर करो
तेरी ममता का हाथ रहे मां शेरावाली जगदंबे
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे
4 - यह रहे "माँ का दरबार तो हर समय है खुला" भजन के बोल:
माँ का दरबार तो हर समय है खुला, जो भी आया वो भर के झोली गया।
कोई माँगा है लाल, कोई पैसा, कोई माँगा है लाल, कोई पैसा,
माँ ने सबको दिया दिल से जैसा, जो भी आया वो झोली भर के गया।
माँ का दरबार तो हर समय है खुला, जो भी आया वो भर के झोली गया।
अंतरा 1
कोई दौड़ा है नंगे पाँव से, कोई दौड़ा है नंगे पाँव से,
कोई आया है पैदल गाँव से। कोई आया है पैदल गाँव से,
जो भी माँ ने बुलाया वो दौड़ा चलाआया, जो भी आया वो झोली भर के गया।
माँ का दरबार तो हर समय है खुला, जो भी आया वो भर के झोली गया।
अंतरा 2
कोई माँगे है शांति जीवन में, कोई माँगे है शांति जीवन में,
कोई माँगे है प्यार अपने मन में। कोई माँगे है प्यार अपने मन में,
जो भी माँगा वो माँ ने दिया, जो भी आया वो झोली भर के गया।
माँ का दरबार तो हर समय है खुला, जो भी आया वो झोली भर के गया।
अंतरा 3
कितनी पीढ़ियाँ आई, कितनी गई, कितनी पीढ़ियाँ आई, कितनी गई,
माँ के दर की शोभा वही की वही। माँ के दर की शोभा वही की वही,
जो भी आया वो भर के झोली गया।
माँ का दरबार तो हर समय है खुला, जो भी आया वो भर के झोली गया।
जयकारा
बोलो, सच्चे दरबार की जय! बोलो, जय माता दी!
यह भजन भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है और यह दर्शाता है कि माँ का दरबार हमेशा सभी के लिए खुला रहता है, चाहे उनकी ज़रूरत कुछ भी हो।
5 - यहाँ आपके लिए एक भजन लिखा गया है, जिसमें माँ को मंदिर से बाहर आकर भक्तों को दर्शन देने का अनुरोध किया गया है। यह रहे इसके बोल:
मंदिर में बैठी रहती हो,
कहीं बाहर भी आया जाया करो।
दर्शन को तरसे हैं नैन,
माँ, आकर हमें भी अपनाया करो।
मंदिर में बैठी रहती हो, कहीं बाहर भी आया जाया करो।
दर्शन को तरसे हैं नैन, माँ, आकर हमें भी अपनाया करो।
जीवन की राहों में, हम सब अकेले हैं,
तेरे बिना माँ, हम चारों तरफ से घिरे हैं।
आकर हमारे मन के दुख दूर हटाया करो।
मंदिर में
बैठी रहती हो, कभी बाहर भी आया जाया करो।
हम रोज तुम्हारे दर आते हैं कभी तुम भी मेरे घर आया करो।
आती मेरे नजदीक नहीं इतना तो साताना ठीक नहीं
मंदिर में
बैठी रहती हो, कहीं बाहर भी आया जाया करो।
यह भजन माँ से
प्रार्थना करता है कि वे सिर्फ मंदिरों तक ही सीमित न रहें, बल्कि अपने भक्तों के जीवन में भी आकर उन्हें सहारा दें
और उनकी परेशानियों को दूर करें।
6 - यह भजन,
जो आपके दिए गए भावों को समेटते हुए लिखा गया है। इसमें यह दर्शाया
गया है कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश भी माँ की ही शक्ति का हिस्सा हैं, और माँ ही इन
तीनों रूपों की जननी हैं।
भजन:
माँ के मुखड़े तीन हैं
ब्रह्मा विष्णु महेश तेरे आधीन नहीं, इसलिए मेरी माँ के मुखड़े तीन हैं।
सृष्टि पालन संहारक रूप, माँ तेरी महिमा महान है।
अन्तरा 1
ब्रह्मा ने रचाया ये सारा संसार,
पर तेरी शक्ति से ही मिला इसे आकार।
जब तू ही ना होती, तो कौन रचता ये सारा खेल?
सृष्टि की हर रचना में, माँ, तेरा ही है मेल।
तू ही है वो महाशक्ति, जिससे ब्रह्मांड बना है,
सृष्टि के हर कण में,
तेरा ही नाम समा है।
ब्रह्मा
विष्णु महेश तेरे आधीन नहीं,
इसलिए
मेरी माँ के मुखड़े तीन हैं।
सृष्टि
पालन संहारक रूप,
माँ तेरी महिमा महान है।
अन्तरा 2
विष्णु ने पाला है इस जग को सारा, तेरी ही दया से मिला उसे किनारा।
जब तू ही ना होती, तो कौन देता सबको जीवन सहारा?
तू
ही है जीवनदायिनी,
तू ही तो है सबकी पालन हार।
तू
ही है वो महामाया,
जिसने सबको संभाला है,
तेरी ही ममता की छाया में, ये जग है पला।
ब्रह्मा
विष्णु महेश तेरे आधीन हैं ,
इसलिए
मेरी माँ के मुखड़े तीन हैं।
सृष्टि
पालन संहारक रूप,
माँ तेरी महिमा महान है।
ब्रह्मा विष्णु महेश तेरे आधीन नहीं हैं।
अन्तरा 3
महेश ने किया हर पाप का संहार है,
तेरी ही शक्ति से हुआ दुष्टों का विनाश है।
जब
तू ही ना होती,
तो कौन मिटाता बुराई?
तू
ही है महाकाली,
तू ही दुर्गा बनके आई।
तू
ही है वो अंतिम सत्य,
तू ही सबका अंत है,
तेरी
ही शक्ति का,
माँ, ये पूरा अनंत है।
ब्रह्मा
विष्णु महेश तेरे आधीन हैं,
इसलिए
मेरी माँ के मुखड़े तीन हैं।
सृष्टि
पालन संहारक रूप,
माँ तेरी महिमा महान है।
7 - आपके लिए यह गाना बहुत
सुंदर है,
जिसमें राधा और कृष्ण के बीच का एक प्यारा और चंचल प्रसंग
छिपा हुआ है। यह रहा उस गाने का पूरा रूप:
कान्हा आंचल मेरा छोड़ दो
श्याम, आंचल मेरा छोड़ दो,
इस घड़ी पैर यमुना में मेरा फिसल जाएगा।
पानी
भी गहरा है,
तुम भी शरारती, हाय! मेरा मन मचला जाएगा।
श्याम, आंचल मेरा छोड़ दो...
अन्तरा
1
मैया
को जाकर मैं सब कुछ बताऊँगी,
झूठी
शिकायत नहीं,
सच ही सुनाऊँगी।
फिर
तुम कहोगे,
"राधा को छेड़ा नहीं",
बातों-बातों
में तुम मुझे बहलाओगे।
श्याम, आंचल मेरा छोड़ दो...
अन्तरा
2
सखियाँ
हँसेगीं, मुझ पर वो ताना
कसेंगी,
"राधा तो कान्हा की बातों में फँस गई।"
लज्जा
के मारे मैं कुछ कह ना पाऊँगी,
बात-बात
पर तुम मुझको सताओगे।
श्याम, आंचल मेरा छोड़ दो...
अन्तरा
3
पग
घुँघरू भी बजते,
छम-छम-छम,
तुम
तो हमेशा ही करते हो ये सितम।
अब
छोड़ दो कान्हा,
मैं तुमसे रूठ जाऊँगी,
फिर
तुम मुझे मनाते ही रह जाओगे।
श्याम, आंचल मेरा छोड़ दो...
यह गीत राधा और कृष्ण के बीच की मीठी नोक-झोंक को दर्शाता है, जहाँ राधा कान्हा से शरारत न करने को कहती
हैं, पर उनके मन में भी इस प्रेम का आनंद छुपा है।
8 - आपके लिए यह भजन बहुत गहरा
भाव लिए हुए आया है। इसमें यह सीख दी गई है कि संसार में सब कुछ क्षणभंगुर है और केवल
भगवान का नाम ही सच्चा साथी है। यह रहा पूरा भजन:
सिया राम जप करना
संसार
के लोगों से आस न करना,
यहाँ
कोई न हो अपना,
सिया राम जप करना।
अन्तरा
1
ये
धन और दौलत,
ये कोठी, ये बंगला,
सब
कुछ यहीं रह जाएगा,
जब आएगा बुलावा।
संग
तेरे कुछ भी न जाएगा,
बस
नाम प्रभु का ही काम आएगा।
इन
झूठे रिश्तों पर आस न करना,
यहाँ
कोई न हो अपना,
सिया राम जप करना।
संसार
के लोगों से आस न करना,
यहाँ
कोई न हो अपना,
सिया राम जप करना।
अन्तरा
2
सुख
में तो सब ही तेरे संग चलेंगे,
दुःख
में तो सारे ही मुख मोड़ लेंगे।
जब
कोई न देगा सहारा,
तब
काम आएगा एक ही नाम प्यारा।
इन
झूठे वादों पर विश्वास न करना,
यहाँ
कोई न हो अपना,
सिया राम जप करना।
संसार
के लोगों से आस न करना,
यहाँ
कोई न हो अपना,
सिया राम जप करना।
अन्तरा
3
जीवन
की नैया है,
मझधार में फँसी,
पतवार
तेरे हाथ में,
पर लहरें हैं बची।
पार
लगाएगा वो ही,
भव सागर से,
जो
राम नाम की माला जपेगा हर साँस से।
जीवन
की इस डगर पर,
खुद को अकेला न समझना,
सिया
राम जप करना,
सिया राम जप करना।
संसार
के लोगों से आस न करना,
यहाँ
कोई न हो अपना,
सिया राम जप करना।
9 - दे दो अपनी पुजारन को वरदान मां, मैं जब तक जियूं मैं सुहागन रहूं।
मुझसे होना जुदा मेरा वरदान मां।
मैं दिन-रात तुमसे यही मांगती।
साया सिर पर रहे मेरे सरताज का, और इसके सिवा मैं कुछ नहीं मांगती।
दया मुझ पर ही करना दयावान मां,
मैं जब तक जियूं मैं सुहागन रहूं।
मुझसे होना जुदा मेरा वरदान मां।
कोई मंदिर सजे ना बिना मूर्ति
विन खिवैया के नइया है किस काम की। इस बगिया का माली सलामत रहे,
माला जपती रहूं तेरे नाम की, इस दिल में है बस यही अरमान मां।
और इसके सिवा मैं कुछ नहीं मांगती।
दे दो अपनी पुजारन को वरदान मां, मैं जब तक जियूं मैं सुहागन रहूं।
मुझसे होना जुदा मेरा वरदान मां।
मेरे जीवन का मालिक है जो देवता, उम्र मेरी भी उसको लगा देना मां,
उसकी सांसो में सांसे घुलती रहे, बस दिन रात तुम से दुआ मांगती,
तेरा होगा बड़ा मुझ पर एहसान मां।
और इसके सिवा मैं कुछ नहीं मांगती।
मैं जब तक जियूं मैं सुहागन रहूं।
मुझसे होना जुदा मेरा वरदान मां।
10 - यह एक भजन है जिसके बोल इस प्रकार हैं:
हे भवानी दया की, हमें भी तो नाम लेकर तेरा, हम तो तर जाएंगे।
अंबे भवानी, शेरावाली, जोतावाली मैया।
हम बालक हैं तेरे, तू है हमारी मैया,
करती है कृपा, तू सब पे मैया।
जब भी पुकारा, तूने सुन ली पुकार,
हमको भी दे दो, मैया तेरा प्यार।
कर दो कृपा, हम पे मैया, कर दो दया,
तुमसे ही तो है, मैया जीवन हमारा।
हे भवानी दया की, हमें भी तो नाम लेकर तेरा, हम तो तर जाएंगे।
अंबे भवानी, शेरावाली, जोतावाली मैया।
भवानी तेरी महिमा, अपरंपार है,
मैया तेरी कृपा से, होता उद्धार है।
सारे जग की तू ही तो है, पालनहार,
झोलियाँ भरती है, मैया सबकी सदा।
जब भी मुसीबत में, पुकारा तुझको,
देती है सहारा, मैया हमको।
हे भवानी दया की, हमें भी तो नाम लेकर तेरा, हम तो तर जाएंगे।
अंबे भवानी, शेरावाली, जोतावाली मैया।
11 - दया करो, दया करो
दया करो, दया करो, अब तो मुझ पर दया करो।
मेरे स्वामी दया करो, मेरे दाता दया करो।
संसार के दुख दूर करो,
मुझ दीन की पुकार सुनो।
तुम्ही हो माता, तुम्ही हो पिता,
तुम्ही हो बंधु, तुम्ही हो सखा।
चरणों में हम हैं तुम्हारे,
हम पर अपनी कृपा बरसाओ।
मोह माया के बंधन तोड़ो,
भवसागर से पार लगाओ।
अब तो मुझ पर दया करो,
मेरे स्वामी दया करो।
अब तो मुझ पर दया करो।
12 - यह भजन की पंक्तियाँ माता रानी के बहुत ही लोकप्रिय भजनों में से एक है। यह भजन कई गायकों ने अलग-अलग अंदाज़ में गाया है। यहाँ इस भजन के बोल दिए गए हैं:
शेरोंवाली तू मैया, तू जग की रचैया
हमने जब भी है तुझको पुकारा
भवसागर से तूने है तारा
पर्वतों में युगों से है ज्योत तेरी जलती
चरणों को धोती हुई गंगा भी है बहती
राजा हो चाहे कोई, रंक हो मैया
सबने है पाया तुमसे सहारा
भवसागर से तूने है तारा
रोज़ ही करोड़ों यहाँ आते हैं सवाली
सबकी तुम्ही तो मैया करती हो रखवाली
सबके ही काँटों को कलियाँ बनाता
तेरा माँ बस इक ही इशारा
भवसागर से तूने है तारा
जिनके सिरों पे तेरी ममता का हाथ माँ
दुनिया में चलते वो गर्व के साथ माँ
अरे झूठे जहाँ के तो दिल से भी झूठे
एक सच्चा है प्यार तुम्हारा
भवसागर से तूने है तारा
13 - गीत:
यह मिलते नहीं दोबारा हैं, कर माता-पिता की सेवा।
इन्हीं से है तुम्हारी दुनिया, है यही जीवन की मेवा।
जनम दिया है जिन्होंने तुम्हें, वो ईश्वर से कम नहीं होते।
उनकी दुआओं में होती है शक्ति, जो किसी और में नहीं होते।
अपने सुखों से पहले, तुम्हें जिन्होंने पाला।
उनकी सेवा में ही मिलेगा, हर मुश्किल का हल सारा।
यह संसार का सबसे बड़ा धन, जो माता-पिता का प्यार है।
उनके चरणों में ही बसता, सच्चा स्वर्ग और सच्चा प्यार है।
यह मिलते नहीं दोबारा हैं, कर माता-पिता की सेवा।
इन्हीं से है तुम्हारी दुनिया, है यही जीवन का मेवा।
जब तक हैं वो तुम्हारे साथ, उनका सम्मान करो।
उनकी हर बात मानो, और उनका हर सपना पूरा करो।
बुढ़ापे में वो तुमसे, बस थोड़ा प्यार चाहते हैं।
तुम्हारे साथ और तुम्हारे समय को, वो सबसे बड़ा उपहार मानते हैं।
यह मिलते नहीं दोबारा हैं, कर माता-पिता की सेवा।
इन्हीं से है तुम्हारी दुनिया, है यही जीवन की मेवा।
14 - फिल्म की तर्ज़ पर यह रहा पूरा गाना: (मुझे कोई मिल गया था तेरी राह चलते चलते)
साँसों का क्या भरोसा, रुक जाए चलते चलते
साँसों का क्या भरोसा, रुक जाए चलते चलते
दम है तो आ जा, दम है तो आ जा,
दिखा दे चलते चलते
साँसों का क्या भरोसा, रुक जाए चलते चलते
साँसों का क्या भरोसा, रुक जाए चलते चलते
दम है तो आ जा, दम है तो आ जा,
दिखा दे चलते चलते
साँसों का क्या भरोसा, रुक जाए चलते चलते
कोई किसी का नहीं दुनिया में,
कोई किसी का नहीं दुनिया में
चले थे संग संग हम,
छोड़ के चल दिए हम
अकेले रह गए हम,
क्या भरोसा इस दुनिया में
कोई किसी का नहीं दुनिया में
चले थे संग संग हम, छोड़ के चल दिए हम
अकेले रह गए हम,
क्या भरोसा इस दुनिया में
साँसों का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते
साँसों का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते
दम है तो आ जा, दम है तो आ जा,
दिखा दे चलते चलते
साँसों का क्या भरोसा, रुक जाए चलते चलते
जीना मरना तो एक बहाना है,
जीना मरना तो एक बहाना है
क्या पता कब कौन कहां जाए चल दिए हम,
छोड़ के हम क्या भरोसा इस दुनिया में
जीना मरना तो एक बहाना है
क्या पता कब कौन कहां जाए चल दिए हम,
छोड़ के हम क्या भरोसा इस दुनिया में
साँसों का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते
साँसों का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते दम है तो आ जा,
दम है तो आ जा, दिखा दे चलते चलते
साँसों का क्या भरोसा, रुक जाए चलते चलते
15 - साँसों
का क्या भरोसा रुक जाए चलते चलते
जीवन की
है ये ज्योति भूझ न जाए जलते जलते
1- ये
चार दिन की ज़िंदगी है दो दिन की जवानी है
जब आयेगा
बुढ़ापा थक जाएँ चलते चलते
साँसों
का क्या भरोसा रुक जाए चलते चलते
2- समझाना
तूने उसको समझा न खेल इसका
क्यों तेरी बात बिगड़ी क्यों तेरी
बात बिगड़ी हर बार बनते बनते
साँसों
का क्या भरोसा रुक जाए चलते चलते
3- तेरी
साथ जाएँ बंदे तेरी कर्मों की कमाई- तेरी साथ जाएँ बंदे तेरी कर्मों की कमाई
गए जग से बादशाह भी यों हाथ मलते
मलते
साँसों का क्या भरोसा रुक जाए चलते चलते
4- अब
तक किया ना पगले अब तो हरी सुमिर ले
कह रही है ज़िंदगी की ये शाम ढलते
ढलते
साँसों का क्या भरोसा रुक जाए चलते चलते
16 - महादेवी है,
मां शक्ति है... (संपूर्ण गीत)
महादेवी है,
मां शक्ति है, मां ममता की मूरत है, मां के आंचल में सुख मिलता, जिसकी हमें ज़रूरत है।
भवानी है,
मां दुर्गा है, मां लक्ष्मी है, सरस्वती है, मां के चरणों में सब कुछ मिलता, जिसकी हमें ज़रूरत है।
जगदम्बा है,
मां काली है, मां वैष्णो है, मां शेरावाली है, मां की पूजा में सब कुछ मिलता,
जिसकी हमें ज़रूरत है।
अंबे है,
मां गौरी है, मां संतोषी है, मां शीतला है, मां की कृपा से सब कुछ मिलता, जिसकी हमें ज़रूरत है।
महादेवी
है,
मां शक्ति है, मां ममता की मूरत है, मां के आंचल में सुख मिलता, जिसकी हमें ज़रूरत है।
17 - ज्वाला जल रही तेरी ज्योत
मैया... (पूरा गीत)
ज्वाला जल रही तेरी ज्योत,
मैया जल रही तेरी ज्योत, मैं तेरी दीवानी,
मैं तेरी दीवानी।
सारे जग में तेरी ज्योत,
मैया जग रही तेरी ज्योत, मैं तेरी दीवानी,
मैं तेरी दीवानी।
लाल चुनरिया तुझको ओढ़ाऊँ,
लाल रंग के फूल चढ़ाऊँ। मैं तेरी दीवानी, मैं
तेरी दीवानी।
तेरे द्वारे आके मैं नाचूँ,
सारे जग को भूल जाऊँ। मैं तेरी दीवानी, मैं
तेरी दीवानी।
ज्वाला जल रही तेरी ज्योत,
मैया जल रही तेरी ज्योत, मैं तेरी दीवानी,
मैं तेरी दीवानी।
18 - इस गम को भुला दो मां (पूरा
गीत)
इस गम को भुला दो मां,
या मौत मुझे दे दो।
इस गम को भुला दो मां,
या मौत मुझे दे दो।
अब जीने की चाह नहीं,
अपने पास मुझे ले लो।
इस गम को भुला दो मां,
या मौत मुझे दे दो।
गम ने मेरी दुनिया में ऐसा
घेरा डाला है,
हर खुशी को मेरे दिल से
दूर निकाला है।
हर खुशी को मेरे दिल से
दूर निकाला है।
अब जीने की आस नहीं,
मुझे मौत ही दे दो।
इस गम को भुला दो मां,
या मौत मुझे दे दो।
तेरे सिवा मेरी मां,
कोई नहीं है मेरा,
तू ही सहारा है मेरा,
हर ओर है अँधेरा।
तू ही सहारा है मेरा,
हर ओर है अँधेरा।
एक नजर मुझपे डाल दो,
मुझको अपना सहारा दे दो।
इस गम को भुला दो मां,
या मौत मुझे दे दो।
इस गम को भुला दो मां,
या मौत मुझे दे दो।
अब जीने की चाह नहीं,
अपने पास मुझे ले लो।
इस गम को भुला दो मां,
या मौत मुझे दे दो।
19 - मैया यह जीवन हमारा (पूरा
गीत)
मैया यह जीवन हमारा,
आपके चरणों में है,
दीन दुखियों का सहारा,
आपके चरणों में है।
हमको अपना बना लो मां,
हम बालक हैं आपके,
प्यार की एक नजर डालो,
हम दीवाने हैं आपके।
भवसागर में हमारी नैया,
आपके हाथों में है।
दीन दुखियों का सहारा,
आपके चरणों में है।
जब से आई तेरी शरण,
दूर हुए सब गम हमारे,
आपके चरणों की धूल से,
चमक गए भाग्य हमारे।
इस जहां की हर खुशी मैया,
आपके चरणों में है।
दीन दुखियों का सहारा,
आपके चरणों में है।
मैया यह जीवन हमारा,
आपके चरणों में है,
दीन दुखियों का सहारा,
आपके चरणों में है।
20 - तेरी भक्ति का प्याला मां
जिसने पिया... (पूरा गीत)
तेरी भक्ति का प्याला मां
जिसने पिया,
उसका कल्याण तुमने दयालू
किया।
हम सब हैं तेरे बच्चे,
तुझसे है आस,
भर दे झोली सबकी,
पूरी कर दे हर प्यास।
भक्तों का जीवन मां,
तुमने रोशन किया,
उसका कल्याण तुमने दयालू
किया।
भूलकर हर दुनिया को,
जो तेरी शरण में आया,
तेरी ममता के आँचल का सुख
उसने पाया।
हर भक्त का जीवन मां,
तुमने खुशहाल किया,
उसका कल्याण तुमने दयालू
किया।
तेरी भक्ति का प्याला मां
जिसने पिया,
उसका कल्याण तुमने दयालू
किया।
उसका कल्याण तुमने दयालू
किया।
21 - मुझे तेरी रहमत का सहारा
मिल गया... (पूरा गीत)
मुझे तेरी रहमत का सहारा
मिल गया मैया,
फंसी थी भंवर में नैया,
किनारा मिल गया मैया।
गमों के अँधेरे ने घेरा
हुआ था,
लगा था कि अब तो ये जीवन
गया था।
मिली जब से ज्योत तेरी,
उजारा मिल गया मैया,
फंसी थी भंवर में नैया,
किनारा मिल गया मैया।
बड़े दुख सहे थे,
किसी ने न पूछा,
हर एक दर्द को मैंने अकेले
ही झेला।
मिली जब से तू मां,
सहारा मिल गया मैया,
फंसी थी भंवर में नैया,
किनारा मिल गया मैया।
जो तेरी शरण में जो आता है
मैया,
भटकता नहीं वो,
वो पाता है मैया।
मेरा ये जीवन तुझको,
दोबारा मिल गया मैया,
फंसी थी भंवर में नैया,
किनारा मिल गया मैया।
मुझे तेरी रहमत का सहारा
मिल गया मैया,
फंसी थी भंवर में नैया,
किनारा मिल गया मैया।
मुझे तेरी रहमत का सहारा
मिल गया मैया
22 - किसी के काम जो आए (पूरा
गीत)
किसी के काम जो आए उसे
इंसान कहते हैं,
पराया दर्द अपनाए उसे
इंसान कहते हैं।
कभी मिल जाए कोई राह में
प्यासा मुसाफ़िर तो,
उसे पानी पिलाए उसे इंसान कहते
हैं।
पराया दर्द अपनाए उसे
इंसान कहते हैं।
जो रोते को हँसाए,
उसे इंसान कहते हैं,
जो भूले को राह दिखाए,
उसे इंसान कहते हैं।
पराया दर्द अपनाए उसे
इंसान कहते हैं।
जो सबको एक जैसा माने,
उसे इंसान कहते हैं,
जो सबको प्यार से अपनाए,
उसे इंसान कहते हैं।
पराया दर्द अपनाए उसे
इंसान कहते हैं।
किसी के काम जो आए उसे
इंसान कहते हैं,
पराया दर्द अपनाए उसे
इंसान कहते हैं।
किसी के काम जो आए उसे इंसान कहते हैं।
23 - लगा लो मा सीने से राम
बनवास जाते हैं... (पूरा गीत)
लगा लो मा सीने से राम
बनवास जाते हैं,
तुम्हारी लाडली सीता साथ
लक्ष्मण भी जाते हैं।
चौदह बरस का वनवास है,
हमको नहीं मालूम कहाँ,
ना कोई झोंपड़ी होगी,
ना कोई घर होगा वहाँ।
ना कोई संग में होगा,
सिर्फ हम तीन होंगे वहाँ।
दुख से भरी ये आंखें हैं,
आंसू ना रुक पाते हैं,
तुम्हारी लाडली सीता साथ
लक्ष्मण भी जाते हैं।
महल की सुख सुविधाओं में,
तुम सबने हमें पाला,
अब वन के काँटों पे,
हमको चलना होगा मां।
जंगल के पत्तों को,
अब ओढ़ना होगा मां।
ये सुनके मां कौशल्या,
आंसू बहाती हैं,
तुम्हारी लाडली सीता साथ
लक्ष्मण भी जाते हैं।
लगा लो मा सीने से राम
बनवास जाते हैं,
तुम्हारी लाडली सीता साथ
लक्ष्मण भी जाते हैं।
लगा लो मा सीने से राम
बनवास जाते हैं।
24 - यह भजन भक्त का माँ के
प्रति अटूट विश्वास को दर्शाता है। यहाँ इस भजन के पूरे बोल दिए गए हैं:
मैया तेरे चरणों की गर धूल
जो मिल जाए,
सच कहती हूँ मैया,
किस्मत ही बदल जाए।
मैया तेरे चरणों की गर धूल
जो मिल जाए,
सच कहती हूँ मैया,
किस्मत ही बदल जाए।
तेरे चरणों की धूल में,
मैया, वो शक्ति है,
जो सब कुछ बदल सकती है।
तेरे चरणों की धूल से,
मैया,
मेरा जीवन सफल हो जाए।
मैया तेरे चरणों की गर धूल
जो मिल जाए,
सच कहती हूँ मैया,
किस्मत ही बदल जाए।
तेरे चरणों की धूल में,
मैया, वो शांति है,
जो सब कुछ शांत कर सकती
है।
तेरे चरणों की धूल से,
मैया,
मेरे दिल को सुकून मिल
जाए।
मैया तेरे चरणों की गर धूल
जो मिल जाए,
सच कहती हूँ मैया,
किस्मत ही बदल जाए।
तेरे चरणों की धूल में,
मैया, वो प्यार है,
जो सब कुछ प्यार से भर
सकता है।
तेरे चरणों की धूल से,
मैया,
मेरा जीवन खुशियों से भर
जाए।
मैया तेरे चरणों की गर धूल
जो मिल जाए, सच कहती हूँ मैया, किस्मत ही बदल जाए।
यह भजन इस बात को दर्शाता है कि भक्तों को अपनी माँ पर पूरा विश्वास है कि उनकी कृपा से सब कुछ संभव है।
25 - यह भजन भगवान राम के प्रति गहरी भक्ति को दर्शाता है। यहाँ इस भजन के पूरे बोल दिए गए हैं:
नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो,
चरण हो राघव के, जहाँ मेरा ठिकाना हो।
नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो।
जब भी मैं जन्म लूँ, तो राम का नाम लूँ,
राम की सेवा में, अपना जीवन बिताऊँ।
राम के चरणों में, मुझे मुक्ति मिल जाए,
बस यही मेरी, आखिरी इच्छा हो।
नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो,
चरण हो राघव के, जहाँ मेरा ठिकाना हो।
जब भी मैं मरूँ, तो राम का नाम लूँ,
राम के चरणों में, अपनी आखिरी साँस लूँ।
राम की कृपा से, मुझे स्वर्ग मिल जाए,
बस यही मेरी, आखिरी इच्छा हो।
नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो,
चरण हो राघव के, जहाँ मेरा ठिकाना हो।
राम के नाम में, वो शक्ति है,
जो सब कुछ बदल सकती है।
राम के नाम में, वो शांति है,
जो सब कुछ शांत कर सकती है।
नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो,
चरण हो राघव के, जहाँ मेरा ठिकाना हो।
नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो।
26 - यह भजन,
"तेरा झूठा मोह जगत में",
जीवन की सच्चाई को बहुत अच्छे ढंग से बताता है। यहाँ इसके पूरे बोल
दिए गए हैं:
तेरा झूठा मोह जगत में, तोते से बोली मैना,
गैरों से क्या मतलब है, अपनों से बचकर रहना।
तेरा झूठा मोह जगत में, तोते से बोली मैना।
यहाँ कोई नहीं है तेरा, यहाँ सब अपने मतलब के हैं।
जब तक तेरे पास कुछ है, तब तक सब तेरे हैं।
जिस दिन तेरे पास कुछ नहीं होगा,
उस दिन सब तुझसे दूर हो जाएंगे।
गैरों से क्या मतलब है, अपनों से बचकर रहना।
यह दुनिया एक मायाजाल है,
यहाँ सब एक दूसरे को धोखा देते हैं।
कोई किसी का सच्चा दोस्त नहीं है,
कोई किसी का सच्चा साथी नहीं है।
गैरों से क्या मतलब है,
अपनों से बचकर रहना।
गैरों से क्या मतलब है।
इसलिए सावधान रहो, और
किसी पर भी आँखें मूंद कर विश्वास मत करो।
क्योंकि इस दुनिया में, सबसे बड़ा धोखा अपने ही देते हैं।
गैरों से क्या मतलब है,
अपनों से बचकर रहना।
तेरा झूठा मोह जगत में, तोते से बोली मैना,
गैरों से क्या मतलब है, अपनों से बचकर रहना।
यह भजन इस बात को दर्शाता है कि हमें इस दुनिया में बहुत सावधान रहना चाहिए और किसी पर भी आँखें मूंद कर विश्वास नहीं करना चाहिए।
27 - दगा किसी का सगा नहीं है इस भजन के पूरे बोल आपके लिए दिए गए हैं:
दगा किसी का सगा नहीं है, किया नहीं तो कर देखो।
जिसने जिसने दगा किया है, उसका जाकर घर देखो।
उसका जाकर घर देखो, उसका जाकर घर देखो।
दगा किसी का सगा नहीं है, किया नहीं तो कर देखो।
दगा करने वाला, कभी सुखी नहीं रह पाता है।
उसका घर, एक दिन जरूर तबाह हो जाता है।
इसलिए दगा करना छोड़ो, और सच्चाई के रास्ते पर चलो।
दगा किसी का सगा नहीं है, किया नहीं तो कर देखो।
जिसने जिसने दगा किया है, उसका जाकर घर देखो।
दगा करने वाला, कभी किसी का विश्वास नहीं जीत पाता है।
उसका नाम, हमेशा बुराई के लिए लिया जाता है।
इसलिए दगा करना छोड़ो, और ईमानदारी के रास्ते पर चलो।
दगा किसी का सगा नहीं है, किया नहीं तो कर देखो।
जिसने जिसने दगा किया है, उसका जाकर घर देखो।
दगा किसी का सगा नहीं है, यह एक कड़वी सच्चाई है।
इसलिए दगा करना छोड़ो, और अच्छे इंसान बनो।
दगा किसी का सगा नहीं है, किया नहीं तो कर देखो।
जिसने जिसने दगा किया है, उसका जाकर घर देखो।
यह भजन दगाबाज़ी के नकारात्मक परिणामों को दर्शाता है
और अच्छे और ईमानदार जीवन जीने का संदेश देता है।
28 - ज़िंदगी छोटी मिली है, खुश रहो हर हाल में,
हँसते रहो, मुस्कुराते रहो, और आगे बढ़ते रहो।
ज़िंदगी छोटी मिली है, खुश रहो हर हाल में, हँसते रहो,
मुस्कुराते रहो, और आगे बढ़ते रहो।
यह जीवन एक तोहफा है, हर पल को जियो,
हर पल को प्यार करो। ना जाने कब यह खत्म हो जाए,
तो हर पल को एक उत्सव की तरह मनाओ।
ज़िंदगी छोटी मिली है, खुश रहो हर हाल में,
हँसते रहो, मुस्कुराते रहो, और आगे बढ़ते रहो।
अपने सपनों को पूरा करो, अपनी इच्छाओं को पूरा करो।
दुनिया को दिखाओ कि तुम क्या हो, और क्या बन सकते हो।
ज़िंदगी छोटी मिली है, खुश रहो हर हाल में,
हँसते रहो, मुस्कुराते रहो, और आगे बढ़ते रहो।
यह गाना इस बात को दर्शाता है कि हमें जीवन को हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण से देखना चाहिए।
निष्कर्ष:
भक्ति भजन, कीर्तन, शादी
गीत, आध्यात्मिक संगीत और मनोरंजन गाने भारतीय संस्कृति की
विविधता और समृद्धि को दर्शाते हैं। ये गीत न केवल हमारी परंपराओं को जीवित रखते
हैं, बल्कि समाज को एकता, प्रेम और
आनंद के सूत्र में भी बांधते हैं। चाहे वह पूजा का पवित्र माहौल हो या शादी का
उत्सव, संगीत हर पल को और भी खास बनाता है।