What is Swachh Bharat Mission
and its Objective | स्वच्छ भारत अभियान-उद्देश्य, लाभ| स्वच्छ
भारत अभियान के उद्देश्य| स्वच्छ
भारत अभियान की शुरुआत कब हुई?
Swachh Bharat Abhiyan in Hindi
| स्वच्छ भारत अभियान के लाभ |
Objective of Swachh Bharat Mission | स्वच्छ
भारत अभियान पर निबंध हिंदी में | Swachh Bharat Logo |
Swachh Bharat Achievements | Swachh Bharat Abhiyan Essay
मित्रो आज हम आपको स्वच्छ भारत अभियान Slogan, स्वच्छ भारत अभियान Logo तथा स्वच्छ भारत अभियान के लाभ के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देंगे। आप यहाँ स्वच्छ भारत अभियान ग्राम पंचायत, स्वच्छ भारत अभियान निबंध एवं महात्मा गांधी स्वच्छ भारत अभियान स्वच्छ भारत
का लोगो क्या है? के बारे में जानेंगे। हम आपको बताएँगे कि स्वच्छ भारत अभियान का क्या
उद्देश्य है? भारत में स्वच्छता अभियान के जनक कौन है? तथा स्वच्छ
भारत अभियान क्या है, साथ ही ये भी जानेंगे कि स्वच्छ
भारत अभियान शासन निर्णय, स्वच्छ
भारत अभियान पर पत्र एवं स्वच्छ भारत अभियान
के हानि क्या हैं।
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत कब हुई?
मित्रो, स्वच्छ भारत अभियान (Swachh Bharat Mission) भारत में होने वाले सबसे महत्वपूर्ण अभियानों में से एक है, स्वच्छता को बढ़ावा देनेऔर स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने के प्रयासों
में गति लाने के लिए, भारत के प्रधान मंत्री ने 2 अक्टूबर,
2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुवात की,
स्वच्छ भारत अभियान शुरू तो हुआ था एक अभियान के साथ लेकिन लोगो का साथ इस अभियान
में इतना मिला की ये स्वच्छ भारत मिशन में तब्दील हो गया।
प्रमुख पहल - स्वच्छ भारत अभियान
श्री नरेन्द्र
मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की नई दिल्ली, राजपथ पर शुरूआत करते हुए कहा था कि “एक स्वच्छ भारत
के द्वारा ही देश 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर अपनी सर्वोत्तम श्रद्धांजलि दे सकते हैं।” 2 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छ भारत मिशन देश भर में
व्यापक तौर पर राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में शुरू किया गया था। इस अभियान के
अंतर्गत 2 अक्टूबर 2019 तक “स्वच्छ भारत” की परिकल्पना को साकार करने का लक्ष्य
निर्धारित किया गया है।
स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य
Friends, Swachh Bharat Mission, Swachh Bharat Abhiyan, or Clean India Mission is a country-wide campaign initiated by the Government of India in 2014 to eliminate open defecation and improve solid waste management. Phase 1 of the mission lasted till October 2019. Phase 2 will be implemented between 2020-21 and 2024-25.
स्वच्छ भारत अभियान – Swachh Bharat Abhiyan
मित्रो, महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए इस अभियान को 2
अक्टूबर को भारत के सभी शहरों और कस्बों को स्वच्छ बनाने के लिए
लॉन्च किया गया जिसे भारत सरकार द्वारा प्रशासित किया गया, श्री नरेंद्र
मोदी ने इंडिया गेट पर स्वच्छता प्रतिज्ञा का नेतृत्व किया, जिसमें
देश भर के लगभग तीस लाख सरकारी कर्मचारी शामिल हुए, उन्होंने राजपथ पर एक वॉकथॉन को भी हरी झंडी दिखाई और उनके साथ स्वत्छता
अभियान में हिस्सा लिया।
स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध हिंदी में
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी अभियान को आरम्भ करते हैं | PM Modi launches the Swachh Bharat Abhiyaan |
|
स्वच्छ भारत
अभियान |
(SBA) Swachh
Bharat Abhiyan |
स्वच्छ भारत
अभियान उद्देश्य |
सम्पूर्ण देश के
कूड़े की सफाई |
स्लोगन |
स्वच्छता की ओर एक कदम |
देश |
भारत |
प्रधानमन्त्री |
नरेन्द्र मोदी |
कब
शुरू किया |
अक्टूबर 2, 2014 (6 वर्ष पहले) |
शुरू कहाँ से |
राज घाट दिल्ली |
वेबसाइट |
www.swachhbharat.mygov.in |
स्वच्छ भारत अभियान का महत्व
साथियो, स्वच्छ भारत अभियान में सरकार और हम काफी हद तक सफल हो गये हैं, जैसा कि कहा गया है कि ”स्वच्छता
भगवान की ओर अगला कदम है” हम भारत के लोग अगर हर
प्रभावी रुप से इसका पालन करे तो आने वाले समय में, स्वच्छ
भारत अभियान से पूरा देश साफ़ सुथरा नज़र आएगा और हमारी सांस्कर्ति के अनुसार भागवान
वही वास करते है जहां स्वच्छता होती
है।
स्वच्छ भारत अभियान निबंध
मित्रो, एक सच्चे भारतीय नागरिक होने का हमारा फ़र्ज़ है कि, “न गंदगी फैलाएं
न फैलाने दें“। देश को अपने घर कि तरह साफ़ सुथरा
रखे ताकि हम सब गर्व से कहे की हम भारतवासी हैं।
Objective of
Swachh Bharat Mission - स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य
मित्रो, स्वच्छ भारत अभियान भारत
सरकार द्वारा आरंभ किया गया राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसका उद्देश्य गलियों,
सड़कों तथा अधोसंरचना को साफ-सुथरा करना और कूड़ा साफ रखना है, यह अभियान 02
अक्टूबर,
2014 को आरंभ किया गया, राष्ट्रपिता
महात्मा गाँधी ने देश को गुलामी से मुक्त कराया, परन्तु 'स्वच्छ भारत' का उनका सपना पूरा नहीं हुआ, महात्मा गांधी ने अपने आसपास
के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट
संदेश दिया था। आज हम
उनकी इच्छा को पूरा करने का वादा करते हैं।
क्या हैं स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य?
साथियो, स्वच्छ भारत का उद्देश्य
व्यक्ति,
क्लस्टर और सामुदायिक शौचालयों के निर्माण के माध्यम से खुले में
शौच की समस्या को कम करना या समाप्त करना है, स्वच्छ भारत
मिशन विसर्जन उपयोग की निगरानी के जवाबदेह तंत्र को स्थापित करने की भी एक पहल
सरकार ने 2 अक्टूबर 2019, महात्मा
गांधी के जन्म की 150वीं वर्षगांठ तक ग्रामीण भारत में 1.96 लाख करोड़ रुपये की
अनुमानित लागत से 1.2 करोड़ शौचालयों का निर्माण करके खुले में शौंच मुक्त भारत (ओडीएफ)
को हासिल करने का लक्ष्य रखा है, अब हमारा दायित्व है कि इस अभियान को मिलकर पूरा करें।
स्वच्छ भारत अभियान की पृष्ठभूमि
स्वच्छ भारत अभियान को आधिकारिक
रूप से 1
अप्रैल 1999 से शुरू कर भारत सरकार ने व्यापक
ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम का पुनर्गठन किया और पूर्ण स्वच्छता अभियान (टीएससी)
शुरू किया जिसको बाद में (1 अप्रैल 2012 को) प्रधानमंत्री मनमोहन
सिंह द्वारा निर्मल भारत अभियान (एनबीए) नाम दिया गया था।] स्वच्छ भारत अभियान के रूप में 24 सितंबर 2014
को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी से निर्मल
भारत अभियान का पुनर्गठन किया गया
था। जो आज बहुत ही अच्छे तरीके से कार्य कर रहा है।
स्वच्छ भारत अभियान शासन निर्णय
मित्रो, 'निर्मल भारत अभियान' (1999 से
2012 तक पूर्ण स्वच्छता अभियान, या
टीएससी) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई समुदाय की अगुवाई वाली पूर्ण स्वच्छता (सीएलटीएस)
के सिद्धांतों के तहत एक कार्यक्रम था, इस स्थिति को हासिल
करने वाले गांवों को निर्मल ग्राम पुरस्कार नामक कार्यक्रम के तहत मौद्रिक
पुरस्कार और उच्च प्रचार प्राप्त हुआ।
महात्मा गांधी स्वच्छ भारत अभियान
साथियो,
टाइम्स ऑफ इंडिया ने रिपोर्ट किया कि मार्च 2014 में यूनिसेफ इंडिया और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने भारत
सरकार द्वारा 1999 में शुरू किए गए विशाल पूर्ण स्वच्छता
अभियान के हिस्से के रूप में स्वच्छता सम्मेलन का आयोजन किया, जिसके बाद इस विचार को विकसित किया गया, तथा अब ये
एक व्यापक अभियान का रूप ले चुका है।
स्वच्छ भारत अभियान उपलब्धियाँ – Swachh Bharat Abhiyan Achievements
1 1) यह जागरूकता अभियान देश के हर नागरिक तक पहुँचाना होगा, स्वच्छता अभियान के तहत अभी तक सरकार दस करोड़ टॉयलेट बनवा चुकी है।
2) पेट्रोल
पंपों के पास शौचालय के निर्माण का प्रावधान हो चुका है, देश के 700 से
ज्यादा जिलो में इस अभियान के तहत काम किया गया।
3) स्वच्छ
भारत कोष में किया जाने वाला कुल अंशदान वर्ष-वार इस प्रकार है 159.6
करोड़ रुपए (2014-15), 253.24 करोड़
रुपए (2015-16), 245.04 करोड़ रुपए (2016-17) और 3.78 करोड़ रुपए (वर्ष 2017-18 में जुलाई 2013 तक)। स्वच्छ भारत कोष से अब तक
लगभग 332.64 करोड़ रुपए की निधियां विभिन्न राज्यों को
जारी की गई हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय कार्यक्रम
भारत
सरकार ने 2 अक्टूबर 2019 तक खुले में शौंच मुक्त (ओडीएफ) भारत को हासिल करने का लक्ष्य रखा था,
सरकार ने 2 अक्टूबर 2019, महात्मा गांधी के जन्म की 150 वीं वर्षगांठ तक
ग्रामीण भारत में 1.96 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित लागत (यूएस
$ 30 बिलियन) के 1.2
करोड़ शौचालयों का निर्माण करके खुले में शौंच मुक्त भारत (ओडीएफ)
को हासिल करने का लक्ष्य रखा था, प्रधानमंत्री नरेन्द्र
मोदी ने अपने 2014 के स्वतंत्रता दिवस के भाषण में शौचालयों
की जरूरत के बारे में बताया था जो आज कारगर साबित हो रहा है।
स्वच्छ भारत अभियान ग्राम पंचायत
भाइयो, क्या हमें कभी एहसास हुआ है कि हमारी मां और बहनों को खुले में शौच
करना पड़ता है? गांव की गरीब महिलाएं रात की
प्रतीक्षा करती हैं, जब तक अंधेरा नहीं उतरता है, तब तक वे शौंच को बाहर नहीं जा सकतीं थीं, उन्हें
किस प्रकार की शारीरिक यातना होती होंगी, क्या हम अपनी
मां और बहनों की गरिमा के लिए शौचालयों की व्यवस्था नहीं कर सकते हैं? आओ मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ाएँ।
स्वच्छ भारत अभियान पर पत्र
प्रधान
मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के जम्मू और कश्मीर राज्य
चुनाव अभियान के दौरान स्कूलों में शौचालयों की आवश्यकता के बारे में भी बताया था, जिसका अब बहुत ही अच्छा परिणाम निकल रहा है।
शौचालय नहीं होने के दुष्परिणाम
शायद हम इस बात को नहीं समझते कि जब छात्रा
उस उम्र तक पहुंचती है तो उसे पता चल जाता है कि स्कूल में महिला शौचालयों की कमी है
तथा जिसके कारण उसने अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ देती है और इस कारण जब वे अपनी
शिक्षा को बीच में छोड़ देतीं हैं तो वे अनपढ़ -अशिक्षित रहते हैं, हमारी बेटियों को गुणवत्ता की शिक्षा का समान मौका भी मिलना चाहिए, 60 वर्षों की स्वतंत्रता के बाद प्रत्येक स्कूल में
छात्राओं के लिए अलग शौचालय होना चाहिए था, लेकिन पिछले 60
सालों से वे लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालय नहीं दे सके और नतीजतन,
महिला छात्रों को अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ना पड़ता था, किन्तु अब यह समस्या समाप्त हो चुकी है।
जाने स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य
क्या
आप जानते हैं? कि मई 2015 तक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, महिंद्रा ग्रुप और रोटरी इंटरनेशनल सहित 14 कंपनियों
ने 3195 नए शौचालयों का निर्माण करने का वादा किया था, उसी महीने में, भारत में 71 सार्वजनिक
क्षेत्र के उपक्रमों ने 86781 नए शौचालयों के निर्माण का
समर्थन किया था।
शौचालय की कुप्रथा
शायद
आप जानते हैं कि हजारों भारतीय लोग अभी भी मानव मल धोने के कार्य में कार्यरत हैं।
नवम्बर 2014 में मनीषा कोइराला स्वच्छ भारत अभियान के दौरान
शौचालय अभियान प्रसार के लिए चयनित सार्वजनिक व्यक्ति
पी
एम मोदी ने इस अभियान का प्रचार करने के लिए जिन 11 लोगों को
चुना वो हैं -
1.
सचिन तेंडुलकर
2. प्रियंका
चोपड़ा
3. अनिल
अंबानी
4. बाबा
रामदेव
5. सलमान
खान
6. शशि
थरूर
7. तारक
मेहता का उल्टा चश्मा धारावहिक के सदस्य
8. मृदुला
सिन्हा
9. कमल
हसन
10. विराट
कोहली
11. महेन्द्र
सिंह धोनी
सफाई अभियान की पहल
आप
को याद होगा कि सिविल इंजिनियरिंग भारत के शहरी विकास मंत्री एम.
वेंकैया नायडू ने दक्षिणी राज्य आंध्र
प्रदेश में विशाखापत्तनम के तूफान से प्रभावित बंदरगाह शहर को साफ करने के लिए झाड़ू उठाया था
जिसके साथ ही लोगों में उत्साह बढ़ा और इस अभियान को आगे लेकर चलने लगे।
ब्रांड एम्बेसडर के बारे में जानकारी
वेंकैया
नायडू ने विभिन्न क्षेत्रों में ब्रांड एंबेसडर सूचीबद्ध किए-
1.
राज्ययोगी ब्रह्मकुमारी दादी जानकीजी
2.
पवन कल्याण
3.
एस पी बालासुब्रह्मण्यम
4.
अमला (अभिनेत्री)
5.
के कविता[21]
6.
गुनुपति वेंकट कृष्ण रेड्डी
7.
सुधाला अशोक तेजा
8.
पुलेला गोपीचंद (खिलाड़ी)
9.
हम्पी कोनेरू
10.
गैला जयदेव
11.
नितिन
12.
वी.वी.एस. लक्ष्मण (खिलाड़ी)
13.
जे रामेश्वर राव
14.
शिवलाल यादव (राजनीतिज्ञ)
15.
बी वी आर मोहन रेड्डी
16.
लक्ष्मी मांचू
2 अक्टूबर 2014
को प्रधान मंत्री मोदी ने जिन नौ लोगों को नामांकित किया, जिनमें ये लोग शामिल हैं -
1.
कपिल शर्मा {कॉमेडियन}
2. सौरव
गांगुली (खिलाड़ी, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान)
3. पूर्व
आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने अपने 'स्वच्छ भारत अभियान' को
आगे बढ़ाने के लिए
4. पद्मनाभ
आचार्य (नागालैंड के राज्यपाल)
5. सोनल
मानसिंह (शास्त्रीय नर्तक)
6. रामोजी
राव (इनादु समूह)
7. अरुण
पुरी (इंडिया टुडे समूह)
स्वच्छ भारत अभियान के लाभ
प्रधान
मंत्री ने भारत के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स संस्थान,
इनाडू और इंडिया टुडे सहित कई संगठनों को भी नामित किया, साथ ही साथ मुंबई के डब्बावाले भी, जो शहर के लाखों
लोगों को घर का बना खाना पहुंचाते हैं उन्हें भी सम्मिलित किया ।
स्वच्छ भारत का लोगो क्या है?
8 नवंबर 2014
को, पी एम मोदी ने उत्तर प्रदेश को संदेश भेजा
और उस राज्य के लिए नौ लोगों का एक और नामांकन किया जो निम्नलिखित हैं -
1.
अखिलेश यादव (राजनीतिज्ञ)
2. स्वामी
रामभद्राचार्य
3. मनोज
तिवारी (राजनीतिज्ञ)
4. मोहम्मद
कैफ (खिलाड़ी)
5. देवप्रसाद
द्विवेदी
6. राजू
श्रीवास्तव (कॉमेडियन)
7. सुरेश
रैना (खिलाड़ी)
8. कैलाश
खेर
9. शिल्पा
शेट्टी (अभिनेत्री), फरवरी 2017 से
10. शेखर
गुरेरा (कार्टूनिस्ट), जनवरी 2018 से
स्वच्छ भारत अभियान विशेष
क्या आप जानते हैं कि अब तक 30 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारी और स्कूल और कॉलेज के छात्र इस अभियान में भाग ले रहे हैं।
स्वच्छ भारत अभियान से संबन्धित कोई भी जानकारी प्राप्त करने के लिए इस सरकारी बेवसाइट पर क्लिक करें
देखें साफ शहरों की सूची
स्वच्छ
भारत अभियान की
स्थिति जानने के लिए भारत सरकार ने 15 फरवरी 2016
को सफाई रैंकिंग जारी की, सफाई सेलेक्शन
- 2016 में 73 शहरों को सफाई और
स्वच्छता के आधार पर स्थान देता है, 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की जांच के लिए सर्वेक्षण किया गया था कि वे
कितने स्वच्छ या गंदे थे।
देखें देश में सर्वाधिक स्वच्छ १० नगर
1.
इंदौर (लगातार तीन बार सबसे स्वच्छ शहर
2. भोपाल
3. चंडीगढ़
4. नई
दिल्ली
5. विशाखापत्तनम
(आंध्र प्रदेश)
6. सूरत
(गुजरात)
7. राजकोट
(गुजरात)
8. गंगटोक
(सिक्किम)
9. पिंपरी
चिंचवड (महाराष्ट्र)
10. ग्रेटर
मुंबई (महाराष्ट्र)
सूची
में अन्तिम के 10
शहर यानि सबसे गंदे शहर
1.
कल्याण डोंबिवली
(महाराष्ट्र)
2.
वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
3.
जमशेदपुर (झारखंड)67
गाज़ियाबाद (उत्तर प्रदेश)
4. रायपुर (छत्तीसगढ़)
5.
मेरठ (उत्तर प्रदेश)
6.
पटना (बिहार)
7.
इटानगर (अरुणाचल प्रदेश)
8.
आसनसोल (पश्चिम बंगाल)
9.
धनबाद (झारखंड)
क्या है समान अभियान
स्वच्छ
भारत - स्वच्छ विद्यालय अभियान भारत की तत्कालीन
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति
ईरानी द्वारा लांच किया गया
जिसमें स्कूल के शिक्षकों और छात्रों ने एक साथ स्वच्छता अभियान में भी भाग लिया
और अभियान को तेज़ किया।
क्या है शहरी क्षेत्रों के लिए स्वच्छ भारत मिशन?
स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य 1.04 करोड़ परिवारों को लक्षित करते हुए 2.5 लाख समुदायिक शौचालय, 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय, और प्रत्येक शहर में एक ठोस
अपशिष्ट प्रबंधन की सुविधा प्रदान करना है, इस कार्यक्रम के
तहत आवासीय क्षेत्रों में जहाँ व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों का निर्माण करना मुश्किल
है वहाँ सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करना। पर्यटन स्थलों, बाजारों, बस स्टेशन, रेलवे
स्टेशनों जैसे प्रमुख स्थानों पर भी सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जाएगा, यह कार्यक्रम पाँच साल की अवधि में 4401 शहरों में
लागू किया जाएगा, इस कार्यक्रम पर खर्च किये जाने वाले ₹62,009
करोड़ रुपये में केंद्र सरकार की तरफ से ₹14,623 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएगें, केंद्र सरकार
द्वारा प्राप्त होने वाले ₹14,623 करोड़ रुपयों में से ₹7,366
करोड़ रुपये ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर ₹4,165 करोड़
रुपये व्यक्तिगत घरेलू शौचालय पर ₹1,828 करोड़ रुपये जनजागरूकता पर और समुदाय
शौचालय बनवाये जाने पर ₹655 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे, इस कार्यक्रम खुले में शौच, अस्वच्छ शौचालयों को
फ्लश शौचालय में परिवर्तित करने, मैला ढ़ोने की प्रथा का
उन्मूलन करने, नगरपालिका ठोस
अपशिष्ट प्रबंधन और स्वस्थ एवं स्वच्छता से जुड़ीं प्रथाओं के संबंध में लोगों के
व्यवहार में परिवर्तन लाना आदि शामिल हैं, जिसका सरकार बहुत
ही बड़े पैमाने पर प्रयास कर रही है।
क्या है ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वच्छ भारत मिशन
साथियो, निर्मल भारत अभियान कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा, ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के लिए माँग आधारित एवं जन केन्द्रित अभियान है, जिसमें लोगों की स्वच्छता सम्बन्धी आदतों को बेहतर बनाना, स्व सुविधाओं की माँग उत्पन्न करना और स्वच्छता सुविधाओं को उपलब्ध करना है, जिससे ग्रामीणों के जीवन स्तर को बेहतर बनाया जा सके।
स्वच्छ भारत अभियान का क्या उद्देश्य है?
इस
अभियान का उद्देश्य पांच वर्षों में भारत को खुला शौच से मुक्त देश बनाना है, इस अभियान के तहत देश में लगभग 11
करोड़ 11 लाख शौचालयों के निर्माण के लिए एक
लाख चौंतीस हज़ार करोड़ रुपए खर्च किये गए हैं, बड़े पैमाने
पर प्रौद्योगिकी का उपयोग कर ग्रामीण भारत में कचरे का इस्तेमाल उसे पूंजी का रूप देते हुए
जैव उर्वरक और ऊर्जा के विभिन्न रूपों में परिवर्तित करने के लिए किया जाएगा, इस अभियान को युद्ध स्तर पर प्रारंभ कर ग्रामीण आबादी और स्कूल शिक्षकों
और छात्रों के बड़े वर्गों के अलावा प्रत्येक स्तर पर इस प्रयास में देश भर की
ग्रामीण पंचायत, पंचायत समिति और बहराइच को भी इससे जोड़ने
का प्रयास है।
भारत में स्वच्छता अभियान के जनक कौन है?
इस
अभियान के एक भाग के रूप में प्रत्येक पारिवारिक इकाई के अंतर्गत व्यक्तिगत घरेलू
शौचालय की इकाई लागत को ₹10,000 से बढ़ा कर ₹12,000
रुपये कर दिया गया है, और इसमें हाथ धोने,शौचालय की सफाई एवं भंडारण को भी शामिल किया गया है,
इस तरह के शौचालय के लिए सरकार की तरफ से मिलने वाली सहायता ₹9,000 रुपये और इसमें राज्य सरकार का योगदान ₹3,000 रुपये
होता है, जम्मू एवं
कश्मीर एवं उत्तरपूर्व राज्यों एवं विशेष दर्जा प्राप्त
राज्यों को मिलने वाली सहायता ₹10,800 होगी जिसमें राज्य का योगदान ₹1,200 रुपये होगा, अन्य स्रोतों से अतिरिक्त योगदान करने की स्वीकार्यता होगी जिससे उन्नति
किश्म के शौंचालय बन सकें।
क्या है स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान
मित्रो, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन स्वच्छ भारत-स्वच्छ विद्यालय अभियान केन्द्र द्वारा 25 सितंबर, 2014 से 31 अक्टूबर 2014 के बीच केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालय संगठन में आयोजित किया गया था, इस दौरान की जाने वाली गतिविधियों में शामिल थे -
1.
स्कूल कक्षाओं के दौरान
प्रतिदिन बच्चों के साथ सफाई और स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर SBAविशेष रूप से महात्मा गांधी की स्वच्छता और अच्छे स्वास्थ्य से जुड़ीं
शिक्षाओं के संबंध में बात करें।
2. कक्षा,
प्रयोगशाला और पुस्तकालयों आदि की सफाई करना।
3. स्कूल
में स्थापित किसी भी मूर्ति या स्कूल की स्थापना करने वाले व्यक्ति के योगदान के
बारे में बात करना और इस मूर्तियों की सफाई करना।
4. शौचालयों
और पीने के पानी वाले क्षेत्रों की सफाई करना।
5. रसोई
और सामान ग्रह की सफाई करना।
6. खेल
के मैदान की सफाई करना
7. स्कूल
बगीचों का रखरखाव और सफाई करना।
8. स्कूल
भवनों का वार्षिक रखरखाव रंगाई एवं पुताई के साथ।
9. निबंध,वाद-विवाद, चित्रकला, सफाई और
स्वच्छता पर प्रतियोगिताओं का आयोजन।
10. 'बाल मंत्रिमंडलों का निगरानी दल बनाना और सफाई अभियान की निगरानी करना।
अन्य प्रसार - प्रचार
मित्रो, इसके अलावा फिल्म शो, स्वच्छता पर निबंध /
चित्रकारी और अन्य प्रतियोगिताएं, नाटकों आदि के आयोजन
द्वारा स्वच्छता एवं अच्छे स्वास्थ्य का संदेश प्रसारित करना, मंत्रालय ने इसके अलावा स्कूल के छात्रों, शिक्षकों,
अभिभावकों और समुदाय के सदस्यों को शामिल करते हुए सप्ताह में दो
बार आधे घंटे सफाई अभियान शुरू करने का प्रस्ताव भी रखा है। जिसे आज लोग आगे बढ़ा
रहे हैं।
DATA STORY: स्वच्छ भारत मिशन के तहत भारत ने हासिल किया 100% टॉयलेट का लक्ष्य, देखें आंकड़े
देश के 20 जिलों में वडोदरा-राजकोट स्वच्छ भारत पुरस्कार से सम्मानित
जिला विकास अधिकारी किरण झवेरी ने स्वच्छ भारत पुरस्कार स्वीकार किया
सूत्रो
के मुताविक, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण)
कार्यक्रम भारत सरकार के जल विद्युत मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया है, इस कार्यक्रम के तहत, 17 नवंबर को विश्व शौचालय
दिवस के रुप में मनाया जाता है, स्वच्छता के क्षेत्र में
वडोदरा जिला एक अग्रणी तरीके से काम कर रहा है, इस आयोजन के तहत
“स्वच्छ भारत पुरस्कार” एक कार्यक्रम आयोजित
किया गया था, जिसमे वडोदरा
जिले को “स्वच्छ भारत पुरस्कार” से
सम्मानित किया गया है।
आपको
बता दें वडोदरा जिले में निर्मित कुल 1,09,054 व्यक्तिगत
शौचालय और सफाई उपकरण प्रदान किए गए, जिले की 125 ग्राम पंचायतों के साथ-साथ उन ग्राम पंचायतों में किए गए ठोस अपशिष्ट
प्रबंधन का काम एवं कोविड-19 के तहत प्रशंसनीय कार्य किया
गया है, जिन जिलों में यह किया गया है, वहां स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए एक वर्चुअल पुरस्कार समारोह एवं
सरपंच संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
स्वच्छ भारत मिशन पुरष्कार वितरण
इस
दौरान वडोदरा के जिला विकास अधिकारी किरण बी. झवेरी के मार्गदर्शन में जिले के सभी
तालुका के सभी ग्राम पंचायतों में शौचालय निर्माण कार्य,
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन कार्य, स्वच्छता पर
प्रचार कार्य, कोविड -19 के लिए जन
जागरूकता कार्य आदि के आधार पर सराहनीय कार्य भारत सरकार के मंत्री गजेन्द्रसिंह
शेखावत, राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया, पेयजल
और स्वच्छता मंत्रालय के सचिव यू.पी. सिंह, मिनिस्ट्री ऑफ जल
शक्ति के अतिरिक्त सचिव अरुण बरोका तथा भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की
उपस्थिति में किया गया, जो एक उदाहरण है।
स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए एक वर्चुअल स्वच्छ पुरस्कार समारोह और सरपंच संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी किरण झवेरी और जिला ग्रामीण विकास एजेंसी के नियामक बी. बी. चौधरी ने वर्चुअल पुरस्कार प्राप्त किया। देश के 30 जिलों में से गुजरात के वडोदरा एवं राजकोट जिलों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह जानकारी जिला ग्रामीण विकास एजेंसी वडोदरा के नियामक ने एक विज्ञप्तिमें दी है।
स्वच्छ भारत
अभियान पर 10 लाइन || Short Speech || 10 Lines on Swachh Bharat Abhiyan
Aatmnirbhar Bharat Abhiyan – आत्मनिर्भर भारत अभियान योजना 2020 ऑनलाइन आवेदन
लाभ व पात्रता |
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प्रधानमंत्री सरकारी योजनाएँ, PM Yojana, PM
Yojana 2020 List, PM Modi Yojana 2020 Online Form |
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Ayushman Bharat-Jan Arogya List - आयुष्मान भारत
योजना लिस्ट 2020 | आयुष्मान भारत योजना
लाभार्थी सूची
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पीएम
बेरोजगारी भत्ता योजना| प्रधानमंत्री ऑनलाइन आवेदन | Pradhan
Mantri Berojgari Bhatta Yojana | पीएम बेरोजगारी भत्ता
स्कीम की पात्रता | PM Berojgari Bhatta Scheme |
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Pradhan Mantri Awas
Yojana Apply Online | प्रधानमंत्री आवास योजना ऑनलाइन आवेदन |
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